
टीओआई के मुताबिक, शांति वार्ता को व्यर्थ बताते हुए सलाहुद्दीन ने कहा, कश्मीर का आतंकवादी के अलावा कोई समाधान नहीं है। कश्मीर का नेतृत्व करने वालों को, लोगों को और मुजाहिद्दीन को ये समझना चाहिए कि इसके समाधान का कोई औपचारिक तरीका या शांतिपूर्ण तरीका नहीं है। उसने सीधे सीधे उकसाने वाला बयान देते हुए कहा कि कश्मीर का कोई समाधान नहीं है सिर्फ हथियारों की जंग और हमला ही एक रास्ता है। उसने अंग्रेजी अखबार को मुजफ्फराबाद स्थित अपने दफ्तर में इंटरव्यू दिया।
हिजबुल चीफ का उकसाने वाला बयान ठीक उस समय आया है जब गृहमंत्री राजनाथ सिंह सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ कश्मीर पहुंच रहे हैं। वहां तमाम नेताओं और स्थानीय लोगों से बातचीत के बाद तनाव कम करने और शांति प्रयासों पर चर्चा होगी।
बोला, व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान
सलाहुद्दीन जो कि यूनाइटेड जिहाद काउंसिल का प्रमुख है, ने कहा कि हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की हत्या के बाद से कश्मीर खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है। पिछले दो महीने से कर्फ्यू लगा है। पूरा इलाका एक कैंप में तब्दील हो चुका है। ये बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। भारत सरकार को खुली चुनौती देते हुए उसने कहा, वो जितनी फोर्स लगाएंगे, उतना ही ये आंदोलन तेज और मजबूत होता जाएगा।
धमकी: पहले ये मानो कि कश्मीर एक विवाद है
उसने कहा, जब तक भारत ये नहीं स्वीकार कर लेता कि कश्मीर एक विवाद है, बातचीत का कोई फायदा नहीं है। उसने धमकी दी कि हिजबुल का संघर्ष सिर्फ कश्मीर तक केंद्रित नहीं रहेगा। बल्कि आसपास के कई और इलाकों में अपना संघर्ष तेज करेंगे।