भोपाल। मुख्यमंत्री युवा इंजीनियर कांट्रेक्टर योजना के तहत शिवराज सिंह चौहान की प्रेरणा से सरकारी नौकरियों की तलाश छोड़ ठेकेदारी कर रहे युवा इंजीनियर्स को सरकारी विभागों में ठेके ही नहीं दिए जा रहे। वो शिकायत करने प्रमुख अभियंता के पास आए तो उन्होंने बात नहीं की। लोक निर्माण विभाग के आॅफिस के सामने भूख हड़ताल करना चाहते थे, लेकिन अनुमति नहीं मिली। फरियाद लेकर मंत्री रामपाल सिंह के पास गए तो वो भी नहीं मिले। निराश युवा बैरंग लौट गए।
योजना के तहत प्रशिक्षित इंजीनियर संजय रोहिदास ने बताया कि प्रदर्शनकारी इंजीनियरों ने भूख हड़ताल की अनुमति नहीं मिलने पर विभागीय मंत्री रामपाल सिंह से भी बात करने की कोशिश की, लेकिन मुलाकात नहीं हो सकी। युवा इंजीनियर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम लिखा ज्ञापन रामपाल सिंह के निजी सचिव को देकर लौट गए।
इस योजना के तहत प्रशिक्षित इंजीनियरों की शिकायत है कि उन्हें सरकारी ठेके नहीं मिल रहे हैं। उनकी मांग है कि सरकार के 10 प्रतिशत टेंडर युवा इंजीनियरों को दिए जाएं। टेंडर की 25 प्रतिशत राशि निर्माण काम शुरू करने से पहले दी जाए। इसके साथ ही युवा कांट्रैक्टर्स को अलग वर्ग में रखकर 25 लाख स्र्पए तक का लोन देने की मांग इंजीनियर कर रहे हैं।