
आदिवासी छात्रा ने आरोप लगाया कि आरोपी अक्सर उसे परेशान करता था। वह 2 सितंबर को उससे शंकरजी के मंदिर के पास मिला और कहने लगा कि ये भगवान का प्रसाद है, इसे खा लो। प्रसाद खाने के बाद पीड़िता अपनी सुध-बुध खो बैठी। इसके बाद वह उसे बस स्टैंड ले गया।
पीड़िता ने बताया कि बस स्टैंड से दोनों इंदौर जाने वाली बस में सवार हो गये। रास्ते में आरोपी ने यात्रियों से भरी चलती बस की बर्थ पर बलात्कार किया, इसके बाद एक दिन इंदौर में गुजारने के बाद बस से ही वह वापस ले आया तथा फिर यात्रियों से भरी चलती बस में रेप किया, साथ ही मुंह बंद रखने की धमकी दी।
पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ छेड़छाड़, अपहरण और बलात्कार का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।