
पीड़ित लड़की जिला अस्पताल में भर्ती है, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। पीड़िता के परिजनों का कहना है कि वह एक सप्ताह से अपनी लड़की की एफआईआर के लिए सिविल लाइन थाने के चक्कर काटते रहे, लेकिन थाना प्रभारी ने मामला दर्ज नहीं किया।
जब परिवार वाले थक कर हार गए। तब एक समाज सेविका ने उनकी मदद की। जिसके बाद सिविल थाने में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।