
जिले की सुरपुरा थाना पुलिस के अनुसार, प्राचीन वोरेश्वर शिव मंदिर में सावन माह में कई जिलों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के इटावा और आगरा जिले से भारी तादाद में श्रद्धालू पूजा अर्चना के लिये पहुंचते हैं। पुजारी हरिदास ने बताया कि मंदिर के पास रहने बाला कुलदीप भगवान शिव की प्रतिदिन आराधना करता था, लेकिन उसकी एक साल की इकलौती बेटी का बीमारी के चलते निधन हो गया।
इससे बौखलाया कुलदीप अपनी बेटी की लाश लेकर मंदिर पहुंचा और भगवान के मंदिर में हंगामा करने लगा। जब मंदिर पुजारी ने रोका तो कुलदीप ने कुल्हाड़ी से शिवलिंग और नंदी पर हमला बोल दिया, जिससे भगवान की प्रतिमाओं पर कुल्हाड़ी के निशान आ गए।