
सिंहस्थ 2016 में मंडी तिराहे से मकोड़िया आम तक पड़ाव के लिए जमीनों का अधिग्रहण किया गया है। इस अधिग्रहण में सर्वे क्रमांक 1457 एवं 1465 भी है। कागजों में इस जमीन को अधिग्रहित बताया गया है। इसके साथ ही मुआवजा भी बांटा गया है परंतु ग्राउंड जीरो पर जाकर देखें तो यहां आपको वर्षों पुरानी घनी आबादी मिलेगी।
सवाल यह है कि जब जमीन पर आबादी मौजूद है तो अधिग्रहण कैसे हो गया। अधिग्रहण हुआ तो जमीन खाली क्यों नहीं हुई। जब जमीन खाली ही नहीं हुई तो मुआवजा क्यों जारी किया गया। मुआवजा जारी हुआ तो मिला किसको। कुल मिलाकर अधिग्रहण की पूरी प्रक्रिया ही सवालों के घेरे में आ गई है।