
प्रकाश जावड़ेकर तिरंगा यात्रा लेकर मप्र के छिंदवाड़ा जिले में पहुंचे थे। जावड़ेकर ने भाषण के दौरान कहा कि पंडित नेहरू और सरदार पटेल शहीद थे। इतना ही नहीं उन्हें स्वाधीनता की लड़ाई में फांसी की सज़ा भी हुई थी। उन्होंने अपने भाषण में कई शहीदों के नाम लिए। ऐसे शहीदों के नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि इन लोगों को फांसी की सजा हुई थी।
उन्होंने फांसी की सजा प्राप्त करने वाले क्रांतिकारियों में नेताजी सुभाषचंद्र बोस का नाम भी लिया। याद दिला दें कि नेहरू-पटेल आजादी के बाद भी जिंदा थे। वो स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे, शहीद नहीं थे। उन्होंने ही भारत की पहली लोकतांत्रिक सरकार बनाई थी और सुभाषचंद्र बोस की मौत आज भी रहस्य बनी हुई है। सरकारी दस्तावेजों में उनकी मौत एक हवाई दुर्घटना में होना दर्ज है। अंग्रेजों ने उन्हें फांसी नहीं दी थी।