
श्री मिश्रा ने कहा कि राजधानी भोपाल स्थित कांग्रेस पार्टी के निजी स्वामित्व वाले जवाहर भवन पर भ्रष्टाचार की कलई खोलने एवं जनता को जागरूक करने के उद्देश्य से एक होर्डिंग्स लगाया गया था, जिसमें सिंहस्थ-2016 में हुए व्यापक भ्रष्टाचार का चित्रण किया गया था, किंतु नगर निगम भोपाल, पुलिस/ जिला प्रशासन और फायर बिग्रेड ने एकपक्षीय कार्यवाही करते हुए भारी पुलिस बल के सहयोग से हाईड्रोलिक क्रेन द्वारा जबरिया उस होर्डिंग्स को हटा दिया गया।
श्री मिश्रा ने कहा है कि पूरे भोपाल शहर में भाजपा के विधायकों एवं नेताओं के बैनर, पोस्टर एवं होर्डिंग्स अवैध रूप से लगे हुए हैं, फिर भी प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। कांग्रेस पार्टी अपने जिला कार्यालय जवाहर भवन पर फ्लेक्स, पोस्टर लगाती है तो सरकार बलपूर्वक उन पोस्टरों, बैनरों को हटा देती है, जो तानाशाहीपूर्ण कृत्य है।
स्थानीय प्रशासन जब इस कार्यवाही को अंजाम दे रहा था, तब प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री पीसी शर्मा, मुख्य प्रवक्ता केके मिश्रा, पार्षद गुडडू चौहान, मोनू सक्सेना, मनोज शुक्ला, जितेन्द्र मिश्रा, योगेन्द्रसिंह परिहार, वहीद लश्करी आदि ने अनेकों कार्यकर्ताओं के साथ इसका विरोध तो पुलिस ने बर्बरतापूर्वक कार्यवाही करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। कांग्रेस ने सरकार की इस कार्यवाही को लोकतंत्र की हत्या करार देते हुए कहा है कि भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए पार्टी हर मोर्चे पर अपनी लड़ाई जारी रखेगी तथा आवश्यकता पड़ी तो उग्र आंदोलन भी करेगी।