भोपाल। पिछले दिनों ज्ञापन देने आए बच्चों को जेल की धमकी देने वाले शिवपुरी कलेक्टर ने आज जनसुनवाई का कवरेज कर रहे एक टीवी पत्रकार का कैमरा छीन लिया और सारी रिकार्डिंग डीलिट कर डाली। विरोध करने पर बोले कि तुम लोग प्रशासन के खिलाफ खबर चलाते हो इसलिए ऐसा किया। इस घटना के बाद स्थानीय पत्रकार एकजुट हो गए और विरोध प्रदर्शन किया। विरोध तेज होते देख कलेक्टर ने पत्रकारों को बातचीत के लिए बुलाया और अपनी गलती के लिए खेद जताया।
जानकारी के अनुसार शिवपुरी में आज जनसुनवाई के दौरान पेंशन न मिलने से परेशान एक सेवानिवृत्त कर्मचारी ने कलेक्टर को आवेदन दिया। कलेक्टर जब उस वृद्ध व्यक्ति से बातचीत कर रहे थे उसी दौरान इलैक्ट्रोनिक मीडिया के पत्रकार यशपाल ने उक्त बातचीत को रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया। यह देखकर कलेक्टर ने उससे रिकॉर्डिंग करने से मना करते हुए कैमरा छीन लिया और कैमरे में हुई रिकार्डिंग को कलेक्टर ने खुद डिलीट कर दिया।
कलेक्टर की इस हरकत से नाराज पत्रकारों ने जनसुनवाई का कवरेज छोड़ दिया। सभी कलेक्टर आॅफिस के बाहर एकजुट हो गए। बाहर आकर पत्रकारों ने नारेबाजी शुरू कर दी। जानकारी मिलते ही जनसंपर्क अधिकारी अनूप भारतीय मौके पर पहुंच गए और उन्होंने कलेक्टर से इस संबंध में चर्चा की।
अंतत: कलेक्टर ने पत्रकारों को अपने चेंबर में मिलने के लिए बुलाया। कलेक्टर ने पत्रकारों से कहा कि पिछले 6-7 बार से वह लगातार देख रहे हैं कि जनसुनवाई की सकारात्मक बातों के स्थान पर कुछ पत्रकार नकारात्मक बातों को हाईलाईट कर रहे हैं। जबकि उनमें कोई सच्चाई नहीं रहती। इसी प्रभाव में उन्होंने उक्त पत्रकार को रिकॉर्डिंग करने से रोका था। 15 मिनिट तक दोनों पक्षों के बीच हुई चर्चा के पश्चात कलेक्टर ने पूरे घटनाक्रम पर खेद व्यक्त किया।