नवीन नवाज/श्रीनगर। पाकिस्तान की शह पर कश्मीर घाटी में आतंकियों का दुस्साहस बढ़ता जा रहा है। सुरक्षाबलों पर हमलों को अंजाम देने के साथ अब आतंकी हिसा भड़काने के लिए खुलेआम सियासतदानों की तरह रैलियां कर रहे हैं। मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के कोयमू में आयोजित एक राष्ट्रविरोधी रैली को आतंकियों ने संबोधित कर कश्मीर में बदलती अलगाववादी सियासत का संकेत दिया है।
बीते तीन दिन में यह दूसरा मौका है जब पाकिस्तान और लश्कर के झंडे लहराती भीड़ को आतंकियों ने संबोधित करते हुए कश्मीर में जारी जिहाद के लिए सहयोग मांगा है। इससे पहले गत रविवार को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के करीमाबाद में आयोजित रैली में लश्कर का मोस्ट वांटेड अबु दुजाना आया था। उसने भी वहां मौजूद लोगों को भड़काया था।
जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित कुलगाम के कोयमू में मंगलवार को आतंकियों के समर्थन में एक रैली हुई। स्थानीय सूत्रों ने बताया कि रैली में अचानक दो आतंकी आए। उन्हें देखते ही पूरा माहौल बदल गया। जिहाद और कश्मीर की आजादी के समर्थन में नारेबाजी तेज हो गई।
आतंकियों ने मुखबिरों, पुलिसकर्मियों और मुख्यधारा के सियासी नेताओं को सुधरने का फरमान जारी किया। इसके बाद वह वहां से चले गए। कश्मीर मामलों के विशेषज्ञों के अनुसार, मौजूदा हालात को देखकर लगता है कि हुर्रियत कांफ्रेंस व उस जैसे अन्य अलगाववादी संगठन अब पीछे चले गए हैं। आतंकी अब सीधे लोगों से संवाद कर रहे हैं।