नईदिल्ली। संघर्ष, सफलता और विवाद का दूसरा नाम स्मृति ईरानी भले ही एक सफल टीवी स्टार के बाद मोदी सरकार में मंत्रीपद तक पहुंच गईं हों परंतु उनके करियर की शुरूआत बड़ी ही निराशाजनक थी। वो जेट एयरवेज में केबिन क्रू मेंबर की नौकरी के लिए गईं थीं परंतु जेट एयरवेज ने उन्हें यह कहते हुए रिजेक्ट कर दिया कि उनकी पर्सनैलिटी में कुछ भी खास नहीं हैं। यह खुलासा खुद स्मृति ने ही किया है। साथ ही जेट एयरवेज को थेंक्यू बोला है, उन्हें रिजेक्ट कर देने के लिए।
कार्यक्रम के दौरान स्मृति ईरानी ने कहा कि मुझे नहीं पता कि बहुत से लोगों को इस बात की जानकारी होगी कि सबसे पहले मैंने कौन-सी नौकरी चाही, मैंने जेट एयरवेज में केबिन क्रू के लिए आवेदन किया था, जिसे यह कहते हुए खारिज कर दिया गया था कि मेरी पर्सनैलिटी अच्छी नहीं है। आवेदन अस्वीकार करने के लिए धन्यवाद। इसके बाद मुझे मैकडॉनल्ड्स में जॉब मिली और बाकी सब इतिहास है।
एयर पैंसेजर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित एक अवॉर्ड फंक्शन में ईरानी ने यह बात कही। साथ ही उन्होंने कहा कि वह सेलिब्रेशन में एक पैसेंजर के तौर पर शामिल हो रही है। उनका यह बयान एक जेट एयरवेज कर्मचारी को अवॉर्ड देने के बाद सामने आया। स्मृति ईरानी टीवी जगत की राजनीति में आईं थीं। टीवी सीरियल से घर-घर में पहचान बनाने वाली स्मृति ईरानी ने अमेठी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ चुनावी मैदान में खड़े होकर और विरोधियों का मुंह बंद करने की खूबी के कारण राजनीति में भी एक खास पहचान बना ली है।