दतिया। तिरंगा भारत राष्ट्र का ध्वज है। भारत के अभिमान का प्रतीक। इनके मान सम्मान को बनाए रखने के लिए नियम, कायदे और कानून भी हैं परंतु प्रशासनिक तंत्र जब देश के बजाए घूस पर ध्यान देने लगे तो राष्ट्रध्वज का अपमान बड़ी बात नहीं है। मप्र के दतिया जिले में ऐसा ही हुआ। यहां कलेक्ट्रेट के कचरे में राष्ट्रध्वज पड़ा हुआ मिला है।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार को दोपहर ढाई बजे के करीब कलेक्टोरेट में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लावारिस हालत में जमीन पर पड़ा था। आप जानकर चौंक जाएंगे कि सैंकड़ों कर्मचारियों वाले इस सरकारी दफ्तर में किसी भी अधिकारी कर्मचारी को इसकी भनक तक नहीं लगी।
कुछ लोगों तिरंगे के फोटो खींचे और सोशल मीडिया वाटसएप व फेसबुक पर भी अपलोड कर दिए। जब मामला सोशल मीडिया में पहुंचा और विवाद शुरू हुआ तो प्रशासन ने औपचारिक हरकत की और नाजिर रामप्रकाश मालाेटिया ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ राष्ट्र गौरव अपमान निवारण अधिनियम 1971 की धारा 2 के तहत मामला दर्ज करा दिया। घटना को 36 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस आरोपी का पता नहीं लगा पाई है। कलेक्टर भी इस ओर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे हैं।