
1100 से 800 वॉट कैसे किया
उन्होंने दलील दी कि मध्यप्रदेश की सभी शासकीय अस्पतालों में सोलर पैनल लगाने के लिए मध्यप्रदेश पॉवर जेनरेटिंग कंपनी ने टेंडर जारी किए थे। ऑपरेशन थियेटर और नवजात शिशु वार्ड में बिजली गोल होने की दशा में सोलर पैनल के जरिए बिजली की आपूर्ति निर्बाध रखे जाने की मंशा से सोलर पैनल का प्रावधान किया गया।
निविदा की तकनीकी शर्त के मुताबिक 1100 वॉट के उपकरण लगाए जाने थे, जो मनमाने तरीके से घटाकर महज 800 वॉट कर दिए गए। इस वजह से राज्य की कई शासकीय अस्पतालों में सोलर पैनल फेल हो गए। इससे इंदौर सहित अन्य शहरों की अस्पतालों में मरीजों को परेशानी और उनकी जान पर बन आने की दुर्घटनाएं सामने आईं।