
राजेंद्र सलूजा ने बताया कि नगरपालिका द्वारा शहर मे सौंदर्यीकरण के दृष्टिकोण से पार्क विकसित किए जा रहे है, जिसके लिए कलेक्टर एवम पुलिस अधीक्षक के बंगलों को रिक्त कराया जाए। लगभग 30 बीघा के दायरे में बने दोनों जिलाधिकारियों के बंगलों को टारगेट पर लेते हुए नगरपालिका अध्यक्ष ने उक्त स्थान को पार्क के हिसाब से सबसे उचित माना है।
मध्यप्रदेश की स्थापना के बाद से ही उक्त दोनों बंगले जिले के सिविल और पुलिस एडमिनिस्ट्रेशन के जिलाधिकारियों के लिए आबंटित है, लेकिन अब इन बंगलों पर ग्रहण लगने के आसार है, क्योंकि बंगले की भूमि को नगरपालिका अध्यक्ष ने पार्क विकसित करने के लिए मांग ली है।