सिहोरा। गोसलपुर पुलिस ने आज शाम जब अमन यादव के अपहरण मामले में शामिल राहुल विश्वकर्मा को न्यायालय में पेश करने लेकर आई अमन यादव के परिवार की महिलाओं ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया। उन्होंने सीधे आरोपी बोनी यादव से मिलकर बात करने को कहा जिस पर पुलिस अधिकारीयों के समझाने पर जमा भीड़ शांत हुई और उनको स्पष्ट किया गया की बोनी को रिमांड में रखा गया है।
अमन की मौत के कोई पुख्ता सबूत नही मिले: परिजन
पन्ना जिले के कौआ खेड़ी की पहाड़ी में करीब 300 फ़ीट नीचे मिले कंकाल को परिजनों ने यह मानने से इंकार कर दिया है की जब तक ऐसा कोई प्रमाण नही मिल जाता की यह कंकाल अमन का ही है, तब तक कैसे कह सकते हैं की अमन की मौत हो गई है। जबकि न तो घटनास्थल पर कपड़े मिले है और न ही ऐसी कोई चीज जिससे यह निश्चित हो सके की अमन का ही कंकाल है। पिता संजू यादव ने डीएनए टेस्ट की मांग की है।
यह है पूरा मामला
गोसलपुर के वार्ड नं 6 आश्रम मोहल्ला से अमन (अरुणोदय) यादव पिता सन्जू यादव (17वर्ष) 19 जून रविवार की सुबह साढ़े सात बजे सुबह से लापता हुआ था जिसके बाद मामले में पुलिस के सामने रोज नए सवाल जन्म लेते थे । जिसमे किरायेदार द्वारा दिए गए पहचान पत्र(वोटर आईडी) और उसका पता भी झूठे पाये गए थे।जिसके बाद शिवराज के साथ दो अन्य को जेल भेज दिया था जबकि बोनी यादव को पुलिस अभिरक्षा में रखा गया है और नार्को टेस्ट कराने की अनुमति भी न्यायायल ने दी है जबकि बोनी की निशानदेही पर एक कंकाल बरामद हुआ जिसे अमन का बताया जा रहा है।