
मप्र जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव राधेश्याम जुलानिया पर बांध घोटाले के अलावा भी कई आरोप है। जुलानिया मप्र कैडर के सीनियर आईएएस हैं और अपनी ईमानदार छवि के लिए जाने जाते हैं परंतु पिछले कुछ समय से उन पर लगातार कुछ इस तरह के आरोप लगते आ रहे हैं जो उनकी पुरानी छवि के प्रतिकूल हैं। ऐसे में उनका केंद्र में इम्पैनलमेंट हो जाना, संदेह पैदा करता है।
वैसे भी इन दिनों जुलानिया अपने ही जूनियर आईएएस रमेश थेटे के टंटे में फंसे हैं। थेटे ने ऐलान किया है कि उन्होंने एक लिफाफा बंद कर लिया है जिसमें कई राज की बातें हैं। हालांकि थेटे ने अभी तक कोई क्लू भी लीक नहीं किया है परंतु वो जुलानिया पर भ्रष्ट होने का आरोप लगा रहे हैं।