
यहां क्यों आते हो
यात्रियों के मुताबिक जम्मू कश्मीर का प्रशासन श्रद्धालुओं का कोई सहयोग नहीं कर रही। सुरक्षा में लगी स्थानीय पुलिस यात्रियों पर आक्रोश उतार रही है। बजाय मदद करने के अमरनाथ यात्रा पर न आने की सीख दे रहे हैं। वहीं, पुलिस से जब लोगों ने जबरन वसूली की बात कही तो उन्होंने उगाही रोकने के बजाय रुपए दे देने की सलाह देने लगे।
बताया कि वहां पर प्रशासन ने शरणार्थी गृह के नाम पर खुले मैदानों में मिनी जेल बना रखी है। जहां निर्देश फॉलो न करने पर लाठियां बरसाई जा रही हैं। जिसमें बरेली के जत्थे का नेतृत्व कर रहे प्रमोद मिश्रा, हरिओम गौतम, मनोज उपाध्याय, झांझनलाल, आरडी रघुवंशी बुरी तरह चोटिल भी हो गए।