
घटना जावरा शहर की सांईंधाम कॉलोनी की है। पुलिस के अनुसार सुनीता राठौड़ (33) पिता लालू राठौड़ मूल रूप से जावरा के ग्राम लुहारी की रहने वाली थी। वह ग्राम हरियाखेड़ा की ईजीएस शाला में संविदा शिक्षक के पद पर पदस्थ थी। उसका विवाह सुरेश राठौड़ निवासी बड़ावदा से हुआ था। सुरेश रतलाम में ड्राइवर का काम करता है। दस साल पहले दोनों के बीच तलाक हो गया था। इसके बाद वह माता-पिता के पास रही और दो वर्ष से जावरा के सांईधाम कॉलोनी में किराए का मकान लेकर अकेले ही निवास कर रही थी। सोमवार 11 जुलाई 2016 की सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे तक घर का दरवाजा नहीं खुलने पर आसपास के लोगों ने उसके परिजन व मकान मालिक राजमल को सूचना दी। परिजन व राजमल मौके पर पहुंचे।
सूचना मिलने पर जावरा औद्योगिक क्षेत्र थाना प्रभारी हरीश जेजुरकर, एसआई बीके दुबे व अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और दरवाजा खोलकर देखने पर सुनीता घर के अंदर मृत पड़ी हुई थी। उसके गला स्कार्फ से घोंटा गया था।