
स्टॉक से 42 बोरी अधिक घटिया गुणवत्ता का अनाज मिलने और गेहूं में मिली। मिट्टी भी वेयरहाउस के आसपास की पाई गई है। जो यह संदेह पुख्ता करती है कि मिलावट का काला धंधा वेयर हाउस के भीतर ही चल रहा था।
कितना रिजेक्ट माल, किस गोदाम में रखा, बताएं?
जांच के दौरान गेहूं की खदीरी के दौरान की गई अनिमितताएं भी सामने आईं हैं। समर्थन मूल्य पर खरीदी के दौरान कुछ गेहूं की क्वालिटी को वेयर हाउस ने ठीक नहीं माना था, जांच के बाद इस गेहूं को रिजेक्ट कर दिया गया लेकिन बाद में नागरिक आपूर्ति निगम के दबाव में रिजेक्ट गेहूं को भी गोदामों में ही अलग से रखवा दिया गया था। जिला प्रशासन ऐसे गोदामों की जानकारी भी जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम (नान) से मांगी है। प्रशासन ने 12 बिंदुओं में नान से जानकारी मांगी है। सभी वेयर हाउस से पूछा है कि अब तक उनके यहां से कितने बोरी अनाज बांटाने के लिए गया है, उनके द्वारा कुल कितना अनाज खरीदा गया था।