आनन्द विभाग: चिराग तले अँधेरा

0
राकेश दुबे@प्रतिदिन। सीहोर तो आनन्द विभाग के मंत्री यानी प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का गृह जिला है। सीहोर जिले में पिछले ढाई साल में 418 आत्महत्या के मामले सामने आए हैं। आत्महत्याओं के यह मामले चौंकाने वाले हैं, क्योंकि हर दूसरे दिन जिले में किसी एक व्यक्ति द्वारा आत्महत्या की गई। आत्महत्याओं के पीछे कोई ठोस कारण नहीं होना भी अपने आप में एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। उससे ज्यादा चौकाने वाला सरकारी जवाब है, विधायक शैलेंद्र पटेल के विधानसभा में किए गए सवाल के जवाब में गृहमंत्री ने जो उत्तर दिया है। उसमें आत्महत्याओं के कारण चौंकाने वाले हैं। कुछ मामलों में लोगों ने बीमारी के कारण मौत को गले लगा लिया, तो कुछ लोगों ने भूत प्रेतों के प्रकोप के चलते आत्महत्या कर ली। किसी ने बेरोजगारी, तो किसी को अपंगता से परेशान होकर आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ा।

विधानसभा में पूछे गए इस सवाल के जवाब पर लंबी चर्चा छिड़ गई। विधायक पटेल ने गृह मंत्री से सवाल किया था कि 2014 से अभी तक सीहोर जिले में कितने आत्महत्या के मामले सामने आए हैं। उनका कारण क्या है। किस साधन या तरीके से आत्महत्या की गई। आत्महत्या के लिए उपयुक्त की गई सामग्री कहा से विक्रय की गई और उन सामग्रियों के विक्रय के रोक को लेकर शासन स्तर पर क्या कार्रवाई की गई है। इसके जवाब में गृहमंत्री ने जो जवाब दिया। वो बड़ा ही चौंकाने वाला था। उन्होंने कहा कि जिले तीन लोगों ने भूत प्रेतों के कारण आत्महत्या की है।

प्रदेश में आनन्द विभाग की स्थापना के बाद जो तथ्य और खबरे निकल कर सामने आ रही है, वे एक लाचार सरकार द्वारा  हकीकत को भुलाने के लिए एक और सपना दिखने की कोशिश है | व्यापम  एग्रो महिला अपराध के आंकड़ों  जैसे बड़े कांडों से कौन आनन्द में है ? मुख्यमंत्री के ग्राम जेत के पास परेशान महिला द्वारा शिशु सहित  आत्मदाह की खबरे देर से आई। भोपाल में बाढ़ सहायता के नाम पर दिए गये 50 किलो गेंहू में 20 किलो मिटटी किसे आनन्दित कर रही है। नये विभाग के भुलावे देने से बेहतर है पुराने विभागों को मुस्तैदी से काम पर लगाना। पता नहीं सरकार की विभागों की मुस्तैदी पर नजर क्यों नहीं है। जो मुस्तैद नहीं होते हैं बहाने करते हैं और उन्हें बहानेबाजी में आनंद आता है।
श्री राकेश दुबे वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं।        
संपर्क  9425022703        
rakeshdubeyrsa@gmail.com
पूर्व में प्रकाशित लेख पढ़ने के लिए यहां क्लिक कीजिए
आप हमें ट्विटर और फ़ेसबुक पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।
भोपाल समाचार से जुड़िए
कृपया गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें यहां क्लिक करें
टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें
व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए  यहां क्लिक करें
X-ट्विटर पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
समाचार भेजें editorbhopalsamachar@gmail.com
जिलों में ब्यूरो/संवाददाता के लिए व्हाट्सएप करें 91652 24289

Post a Comment

0 Comments

Please Select Embedded Mode To show the Comment System.*

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!