भोपाल। क्या रेल की पटरियों पर चलने वाला इंजन कभी लापता हो सकता है, क्या वो कभी गायब हो सकता, क्या कभी उसे चोरी किया जा सकता है, लेकिन यहां हो गया। सैंकड़ों यात्रियों से भरी ट्रेन को खींच ले जाने वाला भारी भरकम रेल इंजन लापता है। 15 दिन से उसकी लोकेशन नहीं मिल रही है। अधिकारी परेशान हैं और अब यह मामला लीक हो जाने के बाद और ज्यादा तनाव का विषय बन गया है।
यह इंजन जबलपुर-सतना-इटारसी के बीच ट्रेनों को लाने ले जाने का काम करता था। 15 दिन पहले इस डीजल इंजन को सर्विसिंग के लिए इटारसी स्थित लोकोशेड में आना था परंतु यह नहीं पहुंचा। लोकोशेड में 3 दिन तक इसका इंतजार किया गया। फिर इस बारे में पूछताछ की गई। यह जानकर हरकोई चौेंक गया कि इंजन का पता किसी को नहीं था।
रेल अधिकारियों ने पश्चिम मध्य रेलवे सहित देश के तमाम जोनल मुख्यालय में इसकी सूचना दे दी, ताकि इंजन की लोकेशन पता की जा सके। इस बीच ये भी सामने आया है कि इंजन की लोकेशन के लिए उसमें जो उपकरण लगा है वो पूरी तरह से बंद है, जिससे उसे ढू्ंढ पाना मुश्किल हो रहा है।
अब रेलवे के अधिकारी बैक फुट पर आ गए हैं। पश्चिम मध्य रेलवे के पीआरओ सुरेन्द्र यादव ने इंजन के गायब होने की बात को सिरे से नकार दिया है। सीपीआरओ की मानें तो रेल के इंजन गायब नही होते हैं। अलबत्ता कभी कभार दूसरे जोन में उनका उपयोग जरुर होता है लेकिन वो यह नहीं बता पाए कि 15 दिन से यह इंजन कहां चल रहा है और इसे कौन चला रहा है। यदि वो लापता नहीं हुआ तो उसकी लोकेशन क्या है।