जयप्रकाश रंजन/नई दिल्ली। पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ प्रॉक्सी वार शुरू कर दिया है। पाकिस्तान की ओर से इसे अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी हाफिज सईद और उसके संगठन से जुड़े लोग लीड कर रहे हैं। आतंकियों के सोशल मीडिया रूम पाकिस्तान में मनाए गए 'ब्लैक डे' के फोटो कश्मीर में घर घर तक पहुचाए जा रहे हैं।
भारतीय खुफिया एजेंसियां इसे पाकिस्तान का नया प्रॉक्सी वार मान रहीं हैं। भारतीय एजेंसियों को सूचना मिली है कि कश्मीर में मारे गए हिजबुल आतंकी बुरहान वानी को लेकर निकाले गए जुलूस की कवरेज के लिए हाफिज सईद ने विशेष सोशल मीडिया टीम गठित की है। इस टीम में पांच दर्जन लोग शामिल हैं।
टीम के सदस्य नए मोबाइल फोन, लैपटॉप व इंटरनेट कनेक्शन से लैस हैं। रैलियों की हर सूचना और भाषणों को सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया है। हिजबुल व जमात उल दावा के आतंकियों के भाषणों की विशेष फुटेज तैयार की गई है। फुटेज को कश्मीर घाटी में वायरल करने की तैयारी है।
भारतीय एजेंसियां स्वीकार करती हैं कि इस बार जिस तरह से हाफिज सईद के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने सोशल मीडिया पर फोकस किया है उससे वह अचंभित हैं। दरअसल, भारतीय एजेंसियां यह मान रही थी कि पकड़े जाने के भय से पाक सेना व आइएसआइ की मदद से चलने वाले भारत विरोधी आतंकी संगठन शायद सोशल मीडिया का खुल कर इस्तेमाल नहीं करे। लेकिन इनका भ्रम टूट गया है। माना जा रहा कि कश्मीर में छद्म युद्द की अपनी रणनीति को पाकिस्तान अब नए रंग में पेश करना चाहता है।
नब्बे के दशक में पाकिस्तान सरकार ने प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के जरिये कश्मीर पर जबरदस्त छद्म युद्द किया था। अमेरिका पर अल-कायदा के हमले के बाद जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर पाकिस्तान के खिलाफ माहौल बनने लगा तब उसने छद्म युद्ध रोक दिया था।
सूत्रों के मुताबिक, बुरहान वानी की मौत की खबर कश्मीर घाटी के भीतर ट्विटर और फेसबुक पर फैलाई गई। इस कदम ने भावनाओं को भड़काने का काम किया। इसमें भी पाक का हाथ सामने आ रहा है। इस वजह से ही वानी के जनाजे में करीब 20 हजार लोग शामिल हुए और इसके बाद वहां की स्थिति और बिगड़ गई।
