
2009 में शहर के सहदेवनगर में जेएसवी डेवलपर इंडिया प्रा. लिमिटेड के खिलाफ शंकरपुर में रहने वाली योगिता शुक्ला पति राजकिशोर ने चिखली थाने में शिकायत की थी कि कंपनी ने आरडी जमा के नाम पर उससे 20 हजार की रकम जमा कराई है, जिसकी मैच्योरिटी के बाद पहले तो कंपनी ने रकम देने के लिए आनाकानी की। फिर दफ्तर ही बंद कर फरार हो गए। कंपनी ने 2009 से 2015 के बीच लगभग 40 करोड़ रुपए का घपला किया है।
बसंतपुर थाने में मामला दर्ज होने के बाद कंपनी की डायरेक्टर विजय लक्ष्मी कठैत को कंचन नगर खजूरी भोपाल से गिरफ्तार किया गया। वहीं दो अन्य डायरेक्टर भूपेंद्र कठैत व दिनेश टेमरे फरार हैं। इनका कारोबार मप्र और छग के कई जिलों में फैला हुआ है।
भोपाल पुलिस को भनक ही नहीं
कंचन नगर खजूरी निवासी विजय लक्ष्मी की गिरफ्तारी की भनक भोपाल पुलिस को नहीं लगी है। अवधपुरी थाना पुलिस ने इस मामले की जानकारी से इंकार किया है।