
इस गांव में हिंदुओं से रंगदारी मांगी जा रही है। ना देने पर हत्याएं कर दीं जातीं हैं। लोगों को प्रतिष्ठान छोड़कर जाने को मजबूर किया जा रहा है। इनमें लोहा, सर्राफा और हार्डवेयर बिजनेस से जुड़े हुए थे। 11 कारोबारियों की हत्या रंगदारी न देने के चलते की गई।
हुकुम सिंह ने कहा कि गांव जहानपुरा में पहले 60 हिंदू परिवार थे। अब यहां एक भी हिंदू परिवार नहीं है। पंजीठ से भी कई परिवार पलायन कर चुके हैं। पंजीठ गांव से पलायन रोकने के लिए वह खुद प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मामले को लेकर उन्होंने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की। सांसद ने बताया कि गृह मंत्री राजनाथ खुद प्रकरण को लेकर काफी गंभीर हैं और जून के अंत में कैराना आएंगे। इस मामले की आईबी से जांच भी कराई जाएगी।
वहीं सहारनपुर रेंज के डीआईजी एके राघव ने बताया कि उनके पास अभी तक इस तरह की कोई शिकायत नहीं आई है। उन्होंने कहा, ”हम सांसद की ओर से मुहैया कराए गए प्रत्येक नाम की जांच करेंगे। अभी तक किसी हिंदू परिवार के यहां से जाने की जानकारी नहीं है।” इसी बीच कैराणा में रहने वाले एक जौहरी ने बताया कि ज्वैलर हरी प्रकाश के बेटे आलोक कुमार की हत्या के बाद से पूरा परिवार सहारनपुर शिफ्ट हो गया। इस क्षेत्र में हिंदू जनसंख्या केवल 30 फीसदी रह गई है। एक दशक पहले तक यह 60 फीसदी थी।