
पकड़ी गईं महिलाओं की निशानदेही पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। रक्सौल के पुलिस उपाधीक्षक राकेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस छापेमारी कर रही है। बताया गया है कि सभी नामजद लोग घर छोड़कर फरार है। जैसे-तैसे पुलिस ने महिलाओं को हिरासत में लिया है। उनसे मिली जानकारी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस का दावा है कि कुछ घंटों में पूरा मामला साफ हो जाएगा।
लड़की के बयान पर दर्ज है प्राथमिकी, आधा दर्जन नामजद
इस सिलसिले में पीड़ित लड़की के बयान पर रामगढ़वा थाना में कांड संख्या 49/2016 के तहत 15 जून 2016 को भारतीय दंड विधान की धारा 341, 342, 323, 354(ए), 354(बी), 376, 511, 504 व 506 के तहत आधा दर्जन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। मामले में लड़की ने अपने ही ग्रामीण वल्लीउल्लाह उर्फ छोटन, जबीउल्लाह, शमीउल्लाह, कलीमुल्लाह, नुरुल्लाह व शेख गयास मोहम्मद को नामजद किया है।
यह है घटनाक्रम
13 जून 2016 को लड़की शौच करने के लिए घर से निकली। रास्ते में ग्रामीण शमीउल्लाह ने उसे पकड़ा। उसे अपनी हवस का शिकार बनाने की कोशिश की। लेकिन, लड़की बच निकली।
15 जून 2016 को फिर शमीउल्लाह व अन्य लोग लड़की के दरवाजे पर पहुंचे। घर से खींचकर उसके कपड़े फाड़ दिए और बुरी तरह पीटने के बाद दुष्कर्म की कोशिश की गई। इस दौरान उसके कोमल अंगों पर प्रहार भी किए गए।
18 जून 2016 को लड़की सदर अस्पताल में कराई गई भर्ती।
20 जून को रामगढ़वा थाना की पुलिस घटना के पांच दिन बाद लड़की के पास पहुंची। यहां इलाज कर रही महिला चिकित्सक से बातचीत की गई।
21 जून को मेडिकल बोर्ड गठित करने के लिए आवेदन दिया गया।
23 जून को मेडिकल बोर्ड ने अपनी रिपोर्ट पुलिस को दी।
23 जून 2016 को लड़की का मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद परिजन आगे बढ़े और इसका प्रतिवाद किया। शहर के समाजसेवी भी अस्पताल पहुंचे और घटना पर विरोध जताते हुए प्रशासनिक अधिकारियों को जानकारी दी। इसके बाद एसपी जितेन्द्र राणा सदर अस्पताल पहुंचे। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने भी मामले की जांच की।
24 जून 2016 को पुलिस ने मामले में तीन महिलाओं को लिया हिरासत में।