भोपाल। एनजीटी के नोटिस के बाद भोपाल दुग्ध संघ की चिमनी को नए सिरे से अपडेट किया जाएगा ताकि इसमें से निकलने वाला धुंआ पर्यावरण के लिए हानिकारक न हो। इसके लिए नए सिरे से प्लानिंग तैयार की जाएगी। संघ से जुड़े सूत्र ने बताया कि पिछले दिनों एनजीटी ने उसे पर्यावरण प्रदूषित करने का नोटिस दे दिया था।
उसके बाद यहां का मप्र प्रदूषण मंडल की टीम ने यहां का दौरा कर कई आपत्तियां लगायी थी। इन आपत्तियों को दूर करने के लिए संघ की बैठक में प्रस्ताव लाया जाएगा और उसके बाद कार्यवाही की जाएगी। गौर तलब है कि भोपाल सहकारी दुग्ध संघ मर्यादित के खिलाफ पर्यावरण नियमों की अनदेखी कर जल व वायु प्रदूषण फैलाने के मामले में एनजीटी ने भोपाल दुग्ध संघ सहित मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण मंडल और भोपाल जिला कलेक्टर को नोटिस जारी किया था।
शुरू से रही है विवादों में चिमनी
एनजीटी के जुड़े सूत्रों का कहना है कि भोपाल दुग्ध संघ के प्लांट की चिमनी शुरू से ही विवादों में बनी हुई है। तीन साल पहले भी मप्र प्रदूषण मंडल बोर्ड की टीम ने वहां का दौरा कर चिमनी के प्रदूषण को खत्म काने के लिए संघ को नोटिस दिया था लेकिन उसके बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है। गौर तलब है कि दुग्ध संघ द्वारा दूध और इससे बनने वाले अन्य उत्पादों का उत्पादन किया जाता है लेकिन इस दौरान अपनाई जाने वाली प्रक्रिया के कारण बड़ी मात्रा में दूषित जल और वायु निकलती है। इससे आसपास के रहवासियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
इस प्लांट के नजदीक ही हबीबगंज रेलवे स्टेशन, कस्तूरबा हॉस्पीटल, जवाहरलाल स्कूल, आईएसबीटी होने से यहां की हवा प्रदूषित होती जा रही है। प्रदूषण नियत्रंण मंडल से एक सदस्य ने अपना नाम न बताने की शर्त पर बताया कि भोपाल दुग्ध संघ सहित कई और जगहों का निरीक्षण कर लिया और एनजीटी में इसकी रिपोर्ट पेश की जाएगी।