
डमेज कंट्रोल के लिए आगे आए रमेश शर्मा ने कहा कि सनातन धर्म व पुजारी परंपरा में सरकार का न तो हस्तक्षेप है और न ही ऐसी किसी नीति पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने पुजारी परंपरा में शासन के हस्तक्षेप की चर्चाओं पर कहा कि कोई है जो पुजारियों को भ्रमित कर समाज में विभेद फैला रहा है।
शर्मा ने कहा है कि सीएम चौहान उज्जैन में साफ कर चुके हैं कि शासन की मंशा सनातन धर्म में हस्तक्षेप की नहीं है, तब विवाद समाप्त हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में महत्व गुण और कर्म का है। इसी आधार पर कार्यों का विभाजन है। व्यक्ति अपनी क्षमता, योग्यता के आधार पर दायित्व ग्रहण करता है।