छत्तीसगढ़। रायगढ़ जिले में एसिड अटैक का एक नया मामला सामने आया है। यह एसिड अटैक किसी सनकी प्रेमी ने नहीं बल्कि एक देवर ने अपनी भाभी पर किया है। जिला एसपी ऑफिस में मंगलवार को उस समय भारी हड़कंप मच गया जब एक एसिड अटैक में झुलसी विवाहित महिला वहां पहुंच गई। महिला की हालत को देख एसपी ने तुरंत पुलिस कर्मियों से उसे अस्पताल जाने को कहा. फिलहाल महिला का इलाज जारी है।
इस मामले में पीड़िता और डॉक्टर का कहना है कि उस पर एसिड से हमला हुआ, लेकिन कोतवाली पुलिस यह बात मानने को ही तैयार नहीं है। हालांकि, इस मामले में एफआईआर दर्ज हो चुकी है पर पुलिस ने एसिड से संबंधित कोई धारा उसमें नहीं जोड़ी है। वहीं एसिड अटैक का आरोपी देवर अब तक फरार है। एसिड से झुलसी महिला के मामले में कोतवाली प्रभारी डी. शुक्ला ने आरोपी को जहां तत्काल क्लीनचिट दे दी। वहीं डॉक्टर और पीड़िता दोनों कह रहे हैं कि मामला एसिड अटैक का है।
पीड़ित महिला ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि 26 जून की सुबह करीब 10 बजे जब वह बाथरूम में घुसी तब उसका देवर सैयद उससे झगड़ करना लगा। इसी दौरान उसने महिला के सीने और गुप्तांग पर एसिड मिला केरोसिन छिड़क दिया। इसके बाद महिला के शरीर में बुरी तरह जलन शुरू हुई। उसने बताया कि जलन होने के बाद उसे एक कमरे में बंद कर दिया। इसके चलते महिला पूरे एक दिन कमरे में पड़ी दर्द से तड़पती रही।
अगले दिन वह किसी तरह चोरी-छुपे वहां से बाहर निकली और ऑटो में सवार होकर एसपी ऑफिस पहुंची। पुलिस अधीक्षक से मिलकर उसने अपनी आपबीती सुनाई, जिसके बाद महिला को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जानकारी के मुताबिक, पीड़ित महिला की शादी 2013 में हुई थी। शादी के कुछ दिन बाद ही पीड़िता का पति, ससुर, देवर, ननद उसे प्रताड़ित करते थे। तीन साल के भीतर उसे कई बार बंधक बनाकर पीटा गया। मारपीट के कारण ही वह तीन माह मायके में जाकर ठहरी थी। उसने बताया कि पिछले सप्ताह ही वह फिर अपनी ससुराल वापस लौटी और यहां आने के बाद ससुराल पक्ष के लोग उसे फिर से प्रताड़ित करने लगे।