
सोनिया को क्या लिखा पत्र में
‘‘...मैं आग्रह करता हूं कि मुझे :पंजाब में: मेरे पद से मुक्त किया जाए ताकि यह सुनिश्चित हो कि पंजाब से असल मुद्दों से ध्यान नहीं भटके।' पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ ने कहा कि वह ‘‘पिछले कुछ दिन में नई दिल्ली में 1984 के दर्दनाक दंगों को लेकर पैदा गैरजरुरी विवाद से जुडे घटनाक्रम से आहत' हैं.
नेहरुवादी राजनीति करने वाला व्यक्ति
पंजाब का प्रभारी महासचिव नियुक्त किये जाने पर सोनिया का आभार जताते हुए कमलनाथ ने लिखा, ‘‘मैं नेहरुवादी राजनीति करने वाला व्यक्ति हूं और झूठे आरोपों से कांग्रेस की छवि खराब करना मेरे के लिए अस्वीकार्य है।' उन्होंने कहा, ‘‘मेरी इच्छा है कि पार्टी आगामी चुनावों पर ध्यान केन्द्रित करे और कुशासन, किसानों एवं युवाओं की बदहाली, लचर कानून व्यवस्था और मादक पदार्थों के कारोबार के मुद्दों पर ध्यान केन्द्रित करे क्योंकि इन कारणों से पंजाब की जनता की हालत दयनीय है।' इसके तुरंत बाद पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने एआईसीसी महासचिव के रुप में कमलनाथ का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।