नईदिल्ली। इंटरपोल ने शराब व्यापारी विजय माल्या की गिरफ्तारी के लिए अंतरराष्ट्रीय वारंट जारी करने से पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से कुछ स्पष्टीकरण मांगे हैं। ईडी को 900 करोड़ रुपए की कथित बैंक ऋण धोखाधड़ी से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले की जांच के सिलसिले में उनकी तलाश है। अधिकारियों ने कहा कि इंटरपोल ने निदेशालय से इस मामले में की गई कानूनी प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी है। इसके बाद ही अंतराष्ट्रीय ऐजंसी माल्या के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी करने का फैसला करेगी।
निदेशालय के सूत्रों ने कहा कि इंटरपोल ने कुछ स्पष्टीकरण मांगे हैं जोकि माल्या के खिलाफ मनी लांड्रिंग मामले में अतिरिक्त ब्योरा उपलब्ध कराने को लेकर है। इंटरपोल ने यह नहीं कहा है कि वह माल्या के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने के निदेशालय के आग्रह को मना कर रहा है। सूत्रों ने कहा कि स्पष्टीकरण दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले भी कई मामलों में इस तरह जानकारी मांगी जा चुकी है।
निदेशालय को उम्मीद है कि वह इन मुद्दों पर इंटरपोल को संतुष्ट कर सकेगा। निदेशालय ने पहली बार पिछले महीने माल्या के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी करने की मांग की थी ताकि उन्हें इस मामले की जांच में व्यक्तिगत रूप से शामिल किया जा सके। माल्या अपने राजनयिक पासपोर्ट का इस्तेमाल करते हुए दो मार्च को भारत छोड़कर चले गए। समझा जाता है कि वे ब्रिटेन में हैं।