
याद दिला दें कि विधानसभा में शुक्रवार को होने वाली कमेटी की बैठक में शामिल होने उज्जैन जिले की घट्टिया विधानसभा से विधायक सतीश मालवीय भोपाल आए थे। गुरुवार शाम करीब छह बजे वे गणेश मंदिर के पास से गुजर रहे थे। तभी ट्रैफिक पुलिस के एक सिपाही उन्हे रोक लिया, क्योंकि वो बिना नंबर वाली इनोवा कार में सवार थे, जिस पर काली फिल्म चढ़ी हुई थी। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार काली फिल्म चढ़ी गाड़ियों के खिलाफ कार्रवाई किया जाना अनिवार्य है। बस अपनी ड्यूटी निभाना सिपाही शमशेर को महंगा पड़ गया। इनोवा से निकले भाजपा विधायक ने गदर मचा डाला। सिपाही के साथ अभद्रता की और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से मनमानी शिकायत ठोक डाली। आला अधिकारियों ने भी बजाए नियमानुसार कार्रवाई करने के, विधायक के दवाब में आकर सिपाही शमशेर को लाइन हाजिर कर दिया। जबकि विधायक महोदय का चालान तक नहीं बनाया गया।
पहले भी पुलिस से मारपीट कर चुके हैं विधायक
घट्टिया के भाजपा विधायक पहले भी वर्दी का अपमान कर चुके हैं। 2007 में उन्होंने एक होमगार्ड सिपाही को बेरहमी से पीटा तथा शासकीय कार्य में बाधा डाली थी। इस मामले में 2015 में उन्हे 1 साल की जेल की सजा भी सुनाई गई थी। उनके उद्दंड स्वभाव के कारण भाजपा की ओर से भी उन्हें नोटिस जारी हो चुके हैं। उन्होंने अपनी ही पार्टी के कार्यक्रम में हंगामा बरपा दिया था।
कांग्रेस ने कहा: विधायक पर FIR, सिपाही को सम्मानित करो
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता जे.पी. धनोपिया ने कहा कि श्री धनोपिया ने आज यहां जारी अपने बयान में कहा है कि बिना नंबर प्लेट लगी गाड़ी सड़क पर चलाना गंभीर अपराध है और उसमें फिल्म लगी होेने का मतलब गाड़ी काफी दिनों से चल रही है तथा चैकिंग में रोकने पर पुलिसकर्मी के साथ दुर्व्यवहार करना शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने का अपराध है। श्री धनोपिया ने गृहमंत्री बाबूलाल गौर से मांग की है कि भाजपा विधायक सतीश मालवीय की कार का चालान किया जाये। गाड़ी जप्त की जाये एवं उनके विरूद्ध शासकीय कार्य में बाधा डालने का प्रकरण दर्ज करते हुये सिपाही शमशेर का लाईन अटेच समाप्त कर उसे पुरस्कृत किया जाये, जिससे आम जनता का विश्वास एवं कर्मचारियों को अपनी ड्यूटी पूरी करने में कोई संकोच ना हो।