
जानकारी के मुताबिक, देवास से ट्रक नंबर (यूपी 64 टी 8227) में 260 बोरियां विस्फोटक अमोनियम नाइटेट भरकर सिंगरौली के लिए निकला था। जब ट्रक यहां पहुंचा तो उसमें दस बोरियां कम निकलीं, जिसके बाद हड़कंप मच गया।
एएसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि अमोनियम नाइट्रेट एनसीएल कोल परियोजना के जयंत कोल माइन्स में ब्लास्टिंग के लिए लाया गया था, जिसे बालाजी ट्रेडर्स ने सप्लाई किया था। सिंगरौली जिले के लिए विस्फोटक का गायब होना इस लिहाज से भी ज्यादा सेंसटिव है, क्योंकि यह जिला नक्सल प्रभावित रहा है। यहां से बिहार, उत्तरप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमाएं लगी हुई हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले वर्ष 2012 में इंदौर से सिंगरौली के लिए रवाना किया गया अमोनियम नाइट्रेट से भरा ट्रक भी रास्ते से गायब हो गया था, जिसमें 30 टन विस्फोटक लदा था। यह ट्रक इंदौर से लायसेंसी खाद कारोबारी कमल अग्रवाल ने सिंगरौली के लिए रवाना किया था।