
कार्यक्रम पूरी तरह कार्यकर्ताओं के लिए पूर्व सुनियोजित था, लेकिन शुरूआत पुलिस के विरोध से क्या हुई कि अपनी मांगों का ज्ञापन देने वाले लोग कार्यक्रम में घुस गए। पुलिस ने ऐसे लोगों को रोकना मुनासिब भी नहीं समझा, जिसे रोकें वही पुलिस को घेरना शुरू कर दे। कई कार्यकर्ता तो पुलिस अधिकारियों से बदसलूकी करते नजर आए। एक कार्यकर्ता तो मन्त्रियों की उपस्थिति के दौरान दौसा पुलिस उपाधीक्षक से बदतमीजी करने पर उतर आया। आखिर बेचारे पुलिस उपाधीक्षक भी क्या करते। नतीजा ये हुआ कि पूरे कार्यक्रम में जिन्दाबाद और मुर्दाबाद के नारे लगते रहे।
विद्यार्थी मित्रों ने तो सभी हदें तोड़ते हुए खुद को मुर्गा बनाकर अपनी मांगों को लेकर विरोध दर्ज करवाया। हांलाकि बार-बार मन्त्री समूह और भाजपा प्रदेश मन्त्री अशोक लाहोटी उन्हें कहते रहे कि जब आप की मांग और ज्ञापन लिया जा रहा है तो फिर इस तरह के प्रदर्शन का कोई औचित्य नहीं है।
गौरतलब है प्रदेश सरकार की पहल पर दौसा में भाजपा कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेने व सरकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार करने प्रदेश सरकार के मन्त्रियों का समूह दौसा पहुंचा है। मन्त्री समूह में मन्त्री राजेन्द्र सिंह राठौड़, उद्दोग मन्त्री गजेन्द्र सिंह खींवसर, श्रृम मन्त्री सुरेन्द्रपालसिंह टीटी, बिसूका उपाध्यक्ष दिगम्बर सिंह राज्यसभा के नव विर्नाचित सांसद रामकुमार वर्मा, प्रदेश मन्त्री अशोक लाहोटी, सांसद हरीश मीना, विधायक शंकर शर्मा, अलकासिंह, ओमप्रकाश हुड़ला कार्यक्रम में मौजूद रहे।