
राजनीतिक प्रस्ताव भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष अजय प्रताप सिंह ने पेश किया जिसमें अन्य बातों के अलावा सर्व समावेशी विकास और सामाजिक न्याय बिंदु पर प्रमोशन में आरक्षण देने की बात कही गई। इसका समर्थन सांसद मनोहर उंटवाल कर रहे थे, तभी ग्वालियर क्षेत्र के पूर्व अध्यक्ष जयसिंह कुशवाह ने अध्यक्ष से मांग की कि प्रस्ताव में संशोधन किया जाए। यहां बैठे सदस्यों में अस्सी फीसदी सवर्ण हैं और ऐसे प्रस्ताव से उनका मन कचोट रहा है।
यह सुनकर मंत्री उमाशंकर गुप्ता, दीपक जोशी, सांसद आलोक संजर समेत एक दर्जन नेताओं ने अपना वक्तव्य देने के लिए अध्यक्ष के पास पर्ची भेजी जिस पर अध्यक्ष ने वीटो इस्तेमाल करते हुए चर्चा से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि संगठन मुख्यमंत्री के साथ है। बाद में मीडिया से चर्चा के दौरान प्रस्तावों की जानकारी देते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष अजय प्रताप सिंह असहज नजर आए और मीडिया द्वारा आरक्षण को लेकर पूछे गए हर सवाल का जवाब उन्होंने संगठन के फैसले से जोड़कर दिया।
दो वर्गों के बीच बढ़ रही खाई: विजयवर्गीय
भाजपा के राष्टय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने प्रमोशन में रिजर्वेशन मामले में कहा कि इससे दो वर्गों के बीच खाई बढ़ रही है, यह चिंताजनक है। उम्मीद है कि सरकार खाई पाटने का प्रयास करेगी। वैसे भी भाजपा सभी वर्गों को साधकर चलती है। परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह का इस मामले में कहना है कि हम आरक्षण के समर्थन में हैं पर प्रयास कर रहे हैं कि किसी वर्ग में असंतोष न हो। हम इसके लिए भी चिंता कर रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि इस मामले में सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पालन करेगी। मुख्यमंत्री द्वारा इस मामले में कानून बनाने संबंधी फैसले की जानकारी से उन्होंने इनकार कर दिया।