सट्टा खेलता, बुजुर्गों से भी बदतमिजी करता, इसलिए मार डाला

बैरसिया/भोपाल। व्यापारी मुकेश माहेश्वरी के बेटे मुकुल की हत्या का राजफाश हो गया है। उसकी हत्या उसी के बड़े भाई माधव ने की थी। आरोपी भाई का कहना है कि मुकुल बिगड़ गया था। आईपीएल का सट्टा खेलता था, अपने माता-पिता और घर के बुजुर्गों से भी बदतमिजी करता था। समझाने पर भी नहीं समझता था, इसलिए उसकी हत्या कर दी। 

आरोपी माधव ने पुलिस पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया है। माधव ने बताया कि मुकुल सट्टा खेलने का आदी हो गया था। आईपीएल मैच से ही उसको सट्टे की लत लग गई थी। सट्टे की लत की वजह से ही वह घर के सामान चुराने लगा था, जिन्हें बाजार में बेचकर वह सट्टा खेलता था। माता-पिता और घर के बुजुर्गों से भी बदतमिजी करता था। ये बात उसे बर्दाश्त नहीं होती थी।

पहले ली सेल्फी फिर मारी हथौड़ी
एएसपी धर्मवीर सिंह यादव ने बताया कि हत्या के आरोपी नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया गया है। माधव रविवार को अपने भाई के साथ पिकनिक मनाने नजीराबाद के जंगल में गया था। वहां सेल्फी लेने के बाद उसने छोटे भाई के सिर पर हथौड़े से हमला कर दिया। लगातार हमले के कारण मुकुल की मौके पर ही मौत हो गई थी।

पहचान छुपाने के लिए चेहरे पर डाला तेजाब
मुकुल की हत्या के बाद माधव ने पहचान छुपाने के लिए मुकुल के चेहरे पर तेजाब डाल दिया था। देर शाम को घर पहुंचे माधव ने परिजनों के साथ मिलकर मुकुल को तलाश करने का नाटक किया।

भाई को मारने के लिए खरीदी थी डेढ़ किलो वजनी हथौड़ी
घटना को अंजाम देने के लिए माधव ने एक दुकान से करीब डेढ़ किलो वजन की हथौड़ी और टॉयलेट साफ करने वाला क्लीनर (एसिड) खरीदा। इसके बाद में वह पिकनिक के बहाने भाई को लेकर नजीराबाद के जंगल में पहुंचा था। दोनों भाई के मोबाइल की सीडीआर रिपोर्ट से पुलिस ने हत्या गुत्थी सुलझा ली।

कपड़ों से हुई मुकुल की पहचान
एसपी नॉर्थ अरविंद सक्सेना के मुताबिक बुधवार शाम करीब पांच बजे नजीराबाद स्थित मंगलगढ़ के जंगल में 16-17 वर्षीय किशोर की लाश मिलने की सूचना मिली थी। शव काफी हद तक डिकंपोज हो चुका था, इसलिए चेहरा पहचानना मुश्किल हो रहा था। उसके शरीर पर टीशर्ट और काली पैंट थी। कपड़े ठीक वैसे ही थे, जैसे घर से निकलते वक्त मुकुल ने पहने थे, जिनके आधार पर शव की पहचान की गई।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !