टीकमगढ। राज्य सरकार में शिक्षा विभाग के मंत्री की जो सहमति बनी थी, कि अतिथि शिक्षकों को अगामी सत्र 2016-17 में 12 माह का दोगुना मानदेय दिया जायेगा। नियुक्ति पिछले पैनल की मानी जायेगी। ऐसी खबरे बार बार पढने को मिली लेकिन अगामी सत्र 2016-17 माह 15 जून से प्रारंभ होने जा रहा है। इसके बाबजूद शिक्षा विभाग ने ऐसा लिखित में कोई आदेश जारी नही किया। जिससे अतिथि शिक्षक असमंजस में उलझे हुये हैं।
यहा बता दें कि प्रदेश में 2008 से लगातार शासकीय स्कूल शिक्षक विहीन है। ऐसी स्थिति में शिक्षण कार्य नही हो पा रहा था। प्रदेश सरकार ने अपनी साख बचाने के लिये। कम मानदेय पर अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति करके शिक्षण कार्य सम्पन्न कराया। आठ वर्ष से लगातार कम मानदेय पर शिक्षण कार्य सम्पन्न कराते आ रहे है। अतिथि शिक्षक संघ समय समय पर अपनी जायज मागें उठाते आ रहे है। इसके बाबजूद राज्य सरकार के कानो में जू नही रेंगा।
अगामी सत्र के लिये शिक्षा विभाग की सहमति बनी थी कि अतिथि शिक्षको को बारह माह का दोगुना मानदेय दिया जायेगा और पिछले पैनल की नियुक्ति मानी जायेगी लेकिन विभाग ने अभी तक ऐसा कोई आदेश जारी नही किया। जबकि अगामी सत्र 15 जून 2016 से प्रारंभ हाने जा रहा है। क्योकि प्रदेश में कई शालाये शिक्षक विहीन है। ऐसी शालाओं में प्रवेशोत्सव व प्रवेश पुस्तक वितरण का कार्य अतिथि शिक्षकों को करना पडता है। अतिथि शिक्षको ने मांग की है। की 15 जून के पहले शिक्षको के हित में लिखित आदेश जारी किया जाये। जिससे शाला संचालन में कोई ब्योधान उत्पन्न न हो।