
नेशनल इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) द्वारा किए गए अध्ययन से पता चलता है कि निर्वाचित 57 सदस्यों में से भाजपा के दवे की संपत्ति में बीते छह वर्षों में 58,21,437 रुपये की वृद्धि हुई है। वर्ष 2010 के चुनाव के समय दवे द्वारा दिए गए संपत्ति के ब्योरे के मुताबिक, उनके पास 275,742 रुपये की कुल संपत्ति थी, जो वर्ष 2016 में बढ़कर 60,97,179 रुपये हो गई है।
इलेक्शन वाच के अनुसार, इस तरह दवे की संपत्ति में कुल 2,111 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। फिर भी दवे के पास 57 सदस्यों में सबसे कम संपत्ति है। दवे के अलावा राजस्थान के रामकुमार के पास 860,000 रुपये और उत्तराखंड के प्रदीप टमटा के पास 1,0800,000 से अधिक की संपत्ति है। एडीआर के अनुसार, निर्वाचित 57 सांसदों में 55 करोड़पति हैं। इनमें सबसे अमीर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रफुल्ल पटेल हैं, जिनकी कुल संपत्ति 2,52,0000,000 रुपये से ज्यादा है। वहीं कांग्रेस के कपिल सिब्बल 2,12,0000,000 रुपये और बसपा के सतीश चंद्र मिश्रा 1,93,0000,000 रुपये से ज्यादा की संपत्ति के मालिक हैं।