
शुक्रवार को गांव के जब कुछ लोग कुएं के आसपास थे, तो उन्होंने देखा कि 40 साल से सूखे पड़े कुएं में पानी भरा हुआ है और धीरे-धीरे यह पानी ऊपर की तरफ बढ़ रहा है। यह देखकर पूरे गांव में कुएं में पानी आने का हल्ला मच गया। कुछ ही देर में कुएं में पानी आने की बात आसपास के गांव में भी फैल गई। सुबह से लेकर शाम तक यहां सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ जुटी रही। साधु-संतों ने यहां अपना डेरा जमा लिया और प्रसादी का वितरण भी शुरू हो गया। यह साधु इसे भगवान का चमत्कार बता रहे थे, लेकिन पढ़ी-लिखी युवा पीढ़ी इसे मात्र अंधविश्वास बता रही थी।
ज सुबह जब में आया और कुएं में झांककर देखा तो कुएं में पानी था। कुएं में पानी आने की बात उन्होंने गांव वालों को भी बताई।
चंद्रमुनि बाबा, साधु
पिछले 40 साल से सूखा पड़ा था। किसी जमाने में कुएं के ऊपर प्याऊ लगा करती थी। सूखा पड़ने के बाद प्याऊ बंद हो गई थी। अचानक इस कुएं में पानी आना चमत्कार से कम नहीं है।
ओमवीर सिंह, ग्रामीण।
कुएं के आसपास निश्चित रूप से कोई पानी का स्रोत रहा होगा, जोकि कुएं के जल स्तर से इंटर कनेक्ट हो गया होगा, जिससे कुएं का वाटर लेवल बढ़ा है और उसमें पानी आ गया है। यह भी हो सकता है कि वर्तमान में जमीन के अंदर भूगर्भीय परिवर्तन हो रहे हैं, जिससे कुएं का जल स्तर बढ़ा हो, फिर भी यह भूगर्भ जल सर्वेक्षण विभाग द्वारा जांच का विषय हो सकता है।
पीके अग्रवाल, सहायक अभियंता लघु सिंचाई