
उन्होंने कहा कि सियाचिन के अलावा सेना के फायर एवं फ्यूरी कोर ने भी लेह, कारगिल एवं सुदूर स्थानों पर योग दिवस मनाया। लेह में आयोजित कार्यक्रम में अधिकारियों एवं जवानों समेत 900 से अधिक लोग शामिल हुए।
इन आयोजनों का उद्देश्य शारीरिक चुस्ती-फुरती को महत्व देने के अलावा योग को लोकप्रिय बनाना और इसके फायदों को लेकर जागरूकता बढ़ाना था। कई जवानों ने योग के आसानों, प्राणायाम और ध्यान करना सीखने में दिलचस्पी दिखाई।
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने योगासान को प्रतिकूल जलवायु की स्थितियों वाले उंचे इलाकों में तैनात जवानों की दैनिक दिनचर्या में शामिल किया है।