
उधर, एसटीएफ जांच में इनके नाम सामने आते ही दोनों ने गुरुवार को भोपाल जिला न्यायालय में गिरफ्तारी से बचने के लिए अग्रिम जमानत की अर्जी लगा दी। इससे पूर्व भोपाल कोर्ट में पदस्थ शेख इबराना और वीरेश शर्मा मामले में पहले ही अग्रिम जमानत की अर्जी लगा चुके हैं।
दोनों ही मामलों की सुनवाई शुक्रवार को होनी है। सुनवाई काशीनाथ सिंह की अदालत में होगी। हालांकि एसटीएफ भी शुक्रवार को चारों के खिलाफ जमानत विरोध-पत्र लगाएगी, ताकि फर्जीवाड़े के इन आरोपियों से पूछताछ हो सके।
मामले में यह दो नाम सामने आने के बाद टायपिंग और स्टेनो परीक्षा फर्जीवाड़े में ऐसे 17 आरोपी सामने आ चुके हैं, जिन्होंने नौकरी भी हासिल कर ली है। मामले में दिलचस्प बात यह है कि दो ने एसटीएफ से पूछताछ में खुद को विद्यार्थी बताया था। जबकि अन्य दो ने भी अग्रिम जमानत में खुद को छात्र बताया है। हालांकि चारों ही सरकारी नौकरियां कर रहे हैं।