
आरक्षण को देशभर में पूरी तरह खत्म करें
आरक्षण के मुद्दे पर उन्होंने दोहराया कि इसे देश भर में पूर्णत: समाप्त किया जाना चाहिए। योग्यता के आधार पर वरीयता दी जाए। वैचारिक महाकुंभ पर वे बोले कि इसमें एक ही विचारधारा के लोग शामिल हैं, तो फिर कैसा वैचारिक कुंभ। उन्होंने कहा कि शराब के साथ ही नशे की अन्य वस्तुओं की बिक्री पर भी रोक लगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गुजरात व बिहार की तरह मप्र में भी शराब बंदी हो तो बहुत अच्छी बात है। जेएनयू में पिछले दिनों देश विरोधी नारे लगाए जाने के मामले में उन्होंने कहा कि देश की युवा पीढ़ी को नैतिक शिक्षा का पाठ पढ़ाने की जरूरत है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय को ध्यान देना चाहिए कि स्कूल-काॅलेजों में भारतीय संस्कृति से जुड़ी बातें और संस्कारों की शिक्षा का समावेश है भी या नहीं। महिलाओं के मंदिर में प्रवेश के मामले में शंकराचार्य ने कहा कि अपवाद छोड़ दें तो महिलाओं को मंदिरों में प्रवेश पर कहीं रोक नहीं है।