सामान्य ज्ञान भाग 27 (मध्यकालीन भारत)

सबसे बडा न्यूज पोर्टल भोपाल समाचार अपने नियमित पाठकों के विशेष आग्रह पर साप्ताह में एक दिन इतिहास से संबंधित सामान्य जानकारी संक्षिप्त रुप में प्राकशित की जा रही है। इसमें और परिवर्तन किया जाये। पाठकगण अपने विचार एवं सुझाव भोपाल समाचार की इमेंल पर भेज सकते है। 

भारत पर अरबों का आक्रमण
1. मुहम्मद बिन कासिम के नेतृत्व में अरबों ने भारत पर पहला सफल आक्रमण किया।
2. अरबों ने सिन्ध पर 712 ई0 में विजय पायी थी।
3. अरब आक्रमण के समय सिन्ध पर दाहिर का शासन था। 
4. भारत पर अरबवासियों के आक्रमण का मुख्य उद्देश्य धन दौलत लूटना तथा इस्लाम धर्म का प्रचार प्रसार करना था।

महमूद गजनी
1. अलप्तगीन नामक एक तुर्क सरदार गजनी साम्राज्य का संस्थापक था।
2. अलप्तगीन का गुलाम तथा दामाद सुबुक्तगीन था।
3. महमूद गजनी सुबुक्तगीन का पुत्र था।
4. अपने पिता के काल में गजनी खुरासान का शासक था।
5. महमूद गजनी 27 वर्ष की अवस्था में 997 ई0 में गद्दी पर बैठा।
6. बगदाद का खलीफा अल आदिर बिल्लाह मे महमूद गजनी के पद को मान्याता प्रदान करते हुए उसे यमीन-उद्-दौला तथा यमीन-ऊल-मिल्लाह की उपाधि दी।
7. महमूद गजनी ने भारत पर 17 बार आक्रमण किया।
8. महमूद गजनी ने भारत पर पहला आक्रमण 1001 ई0 में किया था। यह आक्रमण शाही राजा जयपाल के विरूद्ध था। इसमें जयपाल की पराजय हुई।
9. महमूद गजनी का 1008 ई0 में नगरकोट के विरूद्ध हमले को मूर्तिवाद के विरूद्ध पहली महत्वपूर्ण जीत बतायी जाती है।
10. महमूद गजनी ने थानेसर के चक्रस्वामिन की कास्य निर्मित आदमकद प्रतिमा को गजनी भेजकर रंगभूमि में रखवाया।
11. महमूद गजनी का चर्चित आक्रमण 1024 ई0 में सोमनाथ मंदिर (सौराष्ट्र) पर हुआ। इस मंदिर की लूट में उसे करीब 20 लाख दीनार की संपत्ति हाथ लगी। सोमनाथ की रक्षा में सहायता करने के कारण अन्हिलवाडा के शासन पर महमूद ने आक्रमण किया।
12. सोमनाथ मंदिर लूट कर ले जाने के क्रम में महमूद पर जाटों ने आक्रमण किया था और कुछ संपत्ति लूट ली थी।
13. महमूद गजनी का अन्तिम भारतीय आक्रमण 1027 ई0 में जाटों के विरूद्ध था।
14. महमूद गजनी की मृत्यु 1030 ई0 में हो गयी।
15. अलबरूनी, फिरदौसी, उत्बी, तथा फरूखी महमूद गजनी के दरबार में रहते थे।

मुहम्मद गौरी
1. गौर महमूद गजनी के अधीन एक छोटा सा राज्य था। 1173 ई0 में शहाबुद्दीन मुहम्मद गौरी गौर का शासक बना था। इसने भारत पर पहला आक्रमण 1175 ई0 में मुल्तान के विरूद्ध किया था।
2. मुहम्मद गौरी का दूसरा आक्रमण 1178 ई0 में पाटन (गुजरात) पर हुआ। यहाँ का शासक भीम-द्वितीय ने गौरी को बुरी तरह परास्त किया।

मुहम्मद गौरी द्वारा लडा गया प्रमुख युद्ध 
युद्ध वर्ष पक्ष परिणाम
तराईन का प्रथम युद्ध 1191 ई0 गौरी एवं पृथ्वीराज चौहान पृथ्वीराज चौहान विजयी
तराईन का द्वितीय युद्ध 1192 ई0 गौरी एवं पृथ्वीराज चौहान गौरी विजयी
चन्दावर का युद्ध 1194 ई0 गौरी एवं जयचन्द
गौरी विजयी
3. मुहम्मद गौरी भारत के विजित प्रदेशों पर शासन का भार अपने गुलाम सेनापत्तियों को सौंपते हुए गजनी लौट गया।
4. मुहम्मद गौरी की हत्या 15 मार्च 1206 ई0 को कर दी गई।

सल्तनत काल
1. गुलाम वंश की स्थापना 1206 ई0 में कुतुबुद्दीन ऐबक ने किया था। वह गौरी का गुलाम था।
2. कुतुबुद्दीन ऐबक ने अपना राज्याभिषेक 24 जून 1206 ई0 को किया था।
3. कुतुबुद्दीन ऐबक ने अपनी राजधानी लाहौर में बनायी थी।
4. कुतुबमीनार की नींव कुतुबुद्दीन ऐबक ने डाली थी।
5. दिल्ली का कुवत-उल-इस्लाम मस्जिद एवं अजमेर का ढाई दिन का झोपडा नामक मस्जिद का निर्माण ऐबक ने करवाया था।
6. कुतुबुद्दीन ऐबक को लाख बख्श (लाखों का दान देनेवाला) भी कहा जाता था।
7. प्राचीन नांलदा विश्वविधालय को ध्वस्त करने ऐबक का सहायक सेनानायक बख्तियार खिलजी था।
8. ऐबक की मृत्यु 1210 ई0 में चैगाान खेलते समय घोडे से गिरकर हो गयी। इसे लाहौर में दफनाया गया।
9. ऐबक का उत्तराधिकारी आरामशाह हुआ जिसने सिर्फ आठ महीनों तक शासन किया।
10. आरामशाह की हत्या करके इल्तुतमिश 1211 ई0 में दिल्ली की गद्दी पर बैठा।
11. इल्तुतमिश तुर्किस्तान का इल्वरी तुर्क था, जो ऐबक का गुलाम एवं दामाद था। ऐबक की मृत्यु के समय वह बदायूँ का गवनर्रर था।
12. इल्तुतमिश लाहौर से राजधानी को रूथानान्तरित करके दिल्ली लाया।
13. इल्तुतमिश पहला शासक था जिसने 1229 ई0 में बगदाद के खलीफा से सुल्तान पद की वैधानिक स्वीकृति प्राप्त की।
14. इल्तुतमिश की मृत्यु अपै्रल 1236 ई0 में हो गयी। 
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