
अभिभाषक संघ का प्रतिनिधिमंडल दोपहर 1 बजे मेला ऑफिस पहुंचा था। उन्होंने प्रभारी मंत्री से कहा कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने दुनियाभर को उज्जैन आने का आमंत्रण दिया, मगर प्रशासन बेहतर इंतजाम नहीं कर पाया। पहले अमृत स्नान के दिन ही क्राउंड मैनेजमेंट फेल हो गया। लोगों को पीने का पानी नहीं मिला। शौचालय की दुर्गति ने उज्जैन की छबि बिगाड़ दी। पुलिस ने मेहमानों को डराया, जिसका नतीजा है कि मेले में उम्मीद मुताबिक श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ नहीं रही।
मेरा घर बेरिगेड्स से 10 कदम की दूरी पर था, मगर मुझे 2 किमी घूमकर घर में जाने दिया। 75 साल की महिला सीएसपी से पता पूछती है तो सीएसपी कह रहा है कि आप क्या झक मराने यहां आए हो। पुलिस के हाथ में वायरलैस सेट नहीं, ऐसे में पुलिस क्या क्राउंड मैनेजमेंट करेगी। सारी शिकायतें सुनने के बाद प्रभारी मंत्री और कलेक्टर ने व्यवस्थाएं बेहतर बनाने का आश्वासन दिया।