
निगम में पदस्थ एडिशनल कमिश्नर चौहान को हटाने के लिए उज्जैन जिले के प्रभारी मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने मुख्य सचिव अंटोनी डिसा से चर्चा की थी। इसके बाद सीएस डिसा ने नगरीय विकास विभाग के प्रमुख सचिव मलय श्रीवास्तव को इस संबंध में कार्यवाही शुरू करने के लिए कहा। सीएस के निर्देश के बाद एडिशनल कमिश्नर चौहान के काम छीन लिए गए हैं।
उनके वित्तीय अधिकार कम करते हुए शौैचालय और पेयजल व्यवस्था संबंधी जिम्मेदारी आशीष सिंह को सौंपी गई है। गौरतलब है कि चौहान की देखरेख में बनाए गए शौचालय घटिया स्तर के निकले हैं। साथ ही लक्ष्य के मुताबिक शौचालयों का निर्माण भी नहीं कराया जा सका है। इसी तरह की स्थिति पेयजल प्रदाय के मामले में भी सामने आई है। इससे साधु संतों को होने वाली दिक्कत की जानकारी प्रभारी मंत्री तक पहुंची थी।