भोपाल। श्रावण मास के सोमवार में वीवीआईपी स्टाइल में महाकाल मंदिर की परंपराओं को धता भताते हुए अभिषेक करने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं उनकी धर्मपत्नि सिंहस्थ के अवसर पर सामान्य श्रद्धालु की तरह कतार में लगकर भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन कर रहे हैं। श्री चौहान ने अपने सुरक्षाकर्मियों सहित प्रशासन से कहा कि उन्हें किसी तरह का प्रोटोकॉल न दें। उनके साथ धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह भी कतार में लगी रहीं और अपनी बारी आने पर ही दर्शन किये। दर्शन करने वालों में अखाड़ा परिषद के संरक्षक श्री हरिगिरि महाराज और हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मोहनलाल खट्टर प्रमुख थे।
याद दिला दें कि श्रावण मास के सोमवार को श्रीमती साधना सिंह अपनी सहेलियों के साथ महाकाल मंदिर पहुंची। उन्होंने अपना वाहन भी वहां तक ले जाकर पार्क किया जहां मंदिर प्रबंधन की ओर से प्रवेश वर्जित था। इसी महाकाल मंदिर में कई नेताओं ने श्रावण मास में मंदिर की व्यवस्थाएं भंग करते हुए गर्भगृह के भीतर रहकर भस्मारती ली थी।
दरअसल यह सबकुछ लोकप्रियता बटोरने की कवायद है। इधर सीएम ने प्रॉटोकॉल के बिना सामान्य श्रृद्धालु की तरह दर्शन किए उधर सरकारी अफसर इस खबर को अखबारों में प्रमुखता से प्रकाशित करने की कवायद करने लगे। अब आप ही बताइए, एक सामान्य श्रृद्धालु के दर्शन की खबरें छपतीं हैं क्या कभी।