भोपाल। बहुचर्चित टैंकर कांड में दुग्ध संघ के जनरल मैनेजर प्लांट ऑपरेशन जेआर सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। सिंह गुरुवार, को ही रिटायर भी हुए हैं। वे दुग्ध संघ के ऐसे तीसरे अफसर हैं जिन पर रिटायरमेंट के दिन ऐसी कार्रवाई हुई।
उनसे पहले इसी स्तर के एक अधिकारी को सस्पेंड किया गया था, जबकि एक अधिकारी को बर्खास्त किया गया था। हाईपावर कमेटी की सिफारिश पर ही सिंह को सस्पेंड किया गया है। कमेटी ने विभाग के प्रमुख सचिव को अवगत कराया था।
पीएस ने एमपीसीडीएफ के एमडी शोभित जैन को बुधवार को इस बारे में नोटशीट भेजी थी। कमेटी ने उन अधिकारियों व कर्मचारियों के बयान लिए थे, जिन्होंने पंचनामा बनाया था।
ग्रेच्युटी और अर्जित अवकाश का भुगतान रुक सकता है
सस्पेंड होने के बाद सिंह को मिलने वाले ग्रेच्युटी और अर्जित अवकाश के भुगतान को रोका जा सकता है। रिटायरमेंट के बाद किसी भी अधिकारी व कर्मचारियों को नियमानुसार इन सुविधाओं का भुगतान किया जा सकता है। विभाग के निर्देश पर दुग्ध संघ प्रबंधन जांच करने तक इन भुगतानों को रोक सकता है।
अफसरों का बयान-इन्होंने ही कराए थे दस्तखत
हाईपावर कमेटी को दिए बयान में कई अफसरों ने कहा था कि उन्होंने पंचनामे पर सिंह के कहने पर ही दस्तखत किए थे। कमेटी ने तीन पंचनामों के अलावा दुग्ध संघ की उस कार्रवाई के बारे में भी इन अधिकारियों से पूछताछ की थी। जिसमें टैंकर की जांच के कागजात पर दस्तखत किए थे।
एजीएम ने कहा था-इनके कहने पर ही छोड़ा था टैंकर
टैंकर दुग्ध संघ से सस्पेंड हो चुके एक एजीएम ने कमेटी के सदस्यों को दिए बयान में कह दिया था कि उन्होंने जीएम के कहने पर ही टैंकर प्लांट से बारह जाने दिया था।