महिला कांस्टेबल के कपड़े फाड़ने वाला भाजपा नेता का जीजा निकला

भोपाल। जहांगीराबाद में कल महिला कांस्टेबल और पुलिस कर्मचारी को पीटने वाला होटल संचालक बीजेपी नेता पूर्व पार्षद कृष्णकांत चौरसिया के बहनोई का भाई है। चौरसिया की पहुंच ऊपर तक है। यही कारण है कि महिला कांस्टेबल की पिटाई का तमाशा बनने और चौराहे पर हंगामा होने के बाद भी पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। मंत्रियों ने राजीनामा कराने के लिए फोन किए। यदि मीडिया तत्काल इस मामले को लिफ्ट नहीं कराती तो सबकुछ रफादफा हो चुका होता। 

कल सुबह जहांगीराबाद मेन मार्केट में होटल संचालक संजय उर्फ बाबू चौरसिया ने अपने बेटे आकाश के साथ मिलकर महिला कांस्टेबल के साथ मारपीट कर उनके कपड़े फाड़ दिए थे। इतना ही नहीं बीच बचाव करने आए पुलिसकर्मी रवि कुमार और महेंद्र सिंह के साथ आरोपियों ने जमकर मारपीट की थी।

2 मंत्रियों ने किए फोन
इस मामले में मप्र के महिला कांस्टेबल के थाने पहुंचने से पहले शिवराज सरकार के 2 कद्दावर मंत्रियों ने फोन घुमा दिया था। टीआई को स्पष्ट आदेश थे कि मामले में राजीनामा कराओ, यदि नहीं माने तो क्रॉस केस दर्ज करो। इसीलिए टीआई ने एफआईआर दर्ज नहीं की। राजीनामा कराकर चलता कर दिया। 

मीडिया तत्काल एक्टिव हुई
इस मामले में मीडिया तत्काल एक्टिव हो गई। भोपाल समाचार समेत राजधानी के कई प्रमुख समाचार संस्थानों ने इस मामले को सोशल मीडिया पर वायरल किया। सरकार दवाब में आई और 8 घंटे बाद एफआईआर दर्ज की गई लेकिन आॅन ड्यूटी महिला कांस्टेबल पर हमले के बावजूद शासकीय काम में बाधा वाली धारा नहीं लगाई गई। 

TI से नाराज पुलिस अफसर
जहांगीराबाद थाना प्रभारी प्रीतम सिंह ठाकुर की कार्यशैली को देखते हुए पुलिस मुख्यालय के अधिकारी खासे नाराज हो गए हैं। इस मामले में टीआई ने महिला पुलिस से मामला जुड़ा होने के बाद भी आला अफसरों को जानकारी देने में देरी की। साथ ही महिला कांस्टेबल पर समझौता करने दबाव भी बनाया, और घटना को मामूली बताया।

क्यों नहीं लगाई धारा
महिला पुलिसकर्मी सादी वर्दी में अपनी ड्यूटी पर अल्पना तिराहे जा रहीं थीं, जहां इन्हें मिनी बसों में बैठकर बदमाशों पर नजर रखनी थी। सादी वर्दी इसलिए पहनी थी, ताकि बदमाश पहचान नहीं पाएं। जब यह सरकारी ड्यूटी पर जा रही थीं, तो पुलिस ने आरोपियों पर शासकीय काम में बाधा की धारा क्यों नहीं लगाई। कारण यह है कि यह धारा लग जाती तो आरोपियों को जमानत में मुश्किल होती।

इलाके में गुंडागर्दी चलती है जीजाजी की
जहांगीराबाद मेन मार्केट में महाकाल होटल है। रोज सुबह सफाई के दौरान यह किसी पर भी पानी फेंक देते हैं, किसी पर भी कचरा उड़ा देते हैं। मनमानी इतनी है कि कोई इनका विरोध नहीं कर पाता। संयोग से शुक्रवार को महिला पुलिसकर्मी यहां से निकली और उसी समय इन्होंने गंदा पानी फेंका। वह पुलिसकर्मी थी, इसलिए उन्होंने विरोध कर दिया, लेकिन होटल वाले सिविल ड्रेस में होने के कारण इन्हें पहचान नहीं पाए और इनसे मारपीट कर दी। क्षेत्रवासियों का कहना है कि इस होटल के संचालकों का पूरे इलाके में खौफ है।
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