भोपाल। प्रदेश भर में ‘करेंसी क्राइसिस’ पैदा हो गया है। आरबीआई बैंकों में करेंसी नहीं भेजने से किसानों और तेंदूपत्ता संग्राहकों का भुगतान रुक गया है। एक दर्जन से अधिक जिलों के कलेक्टरों ने राज्य सरकार से कहा है कि पेमेंट सिस्टम जल्द नहीं सुधरा तो हालात बिगड़ सकते है। हर दिन 500 करोड़ से अधिक की राशि का भुगतान अटका है। राज्य सरकार ने आरबीआई से भुगतान की तत्काल व्यवस्था बनाने का आग्रह किया है। पिछले दो सप्ताह से भुगतान रुकने से करीब एक लाख किसानों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
इन जिलों में संकट:
विदिशा, होशंगाबाद, सीहोर, हरदा, पन्ना, दमोह, शिवपुरी, सतना सहित कई और जिलों के कलेक्टरों ने राज्य शासन को करेंसी क्राइसेस से अवगत कराया है। विदिशा कलेक्टर एमबी ओझा ने बताया कि रोज बीस करोड़ रुपए की जरूरत है लेकिन बैंकों के माध्यम से बमुश्किल 3-4 करोड़ के ही भुगतान हो रहे हैं।