राजेश शुक्ला/अनूपपुर। मप्र में जलसंकट अब मौत का कारण बनता जा रहा है। कहीं पेयजल के लिए हत्याएं हो रहीं हैं तो कहीं पेयजल की तलाश में लोग गहरे कुओं में उतरकर जान जोखिम में डाल रहे हैं। अनूपपुर में भी ऐसा ही हुआ। प्यास बुझाने कुएं में उतरे एक बालक की मौत हो गई। प्रशासन ने 36 घंटे तक रेस्क्यू आॅपरेशन चलाया तब कहीं जाकर उसकी लाश निकाली जा सकी।
भालूमाडा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम चोडी के पोट्टा टोला मे 23 अप्रैल शनिवार को 14 वर्षीय खेमचंद्र खेत में बने कुएं में खाना के बाद बडी बहन से पानी लेने के लिए कह कर कुएं में बांस के सहारे उतर कर टुल्लू पंप के फुटवाल का ठीक ढंग से लगा रहा था। इतने में ही कुएं की मिट्टी खेमचंद्र के ऊपर गिरी। इस बीच खेमचंद्र ने आवाज भी लगाई किंतु बाहर खडी बहन को उसकी आवाज समझ नहीं आने के कारण कुछ ही सेकेण्ड में वह मिट्टी में दब गया। बहन ने शोर कर लोगों को इकट्ठा किया। पिता ने कुएं में उतर कर बालक को बचाने का प्रयास किया। किंतु मिट्टी रेत ज्यादा होने के कारण वह निकालने में कामयाब नहीं हो सके। इसके बाद प्रशासन को सूचना दी गई तब जाकर प्रशासन ने लगातार प्रयास कर 32 घंटे बाद बालक के शव को बाहर निकाला।