
यह है मामला
घटना के तीन दिन बाद 30 मार्च को किसी तरह से खुद की जान बचाते हुए हुए मृतक रामनरायण के पुत्र और पुत्री घर से भागने का प्रयास किया गया लेकिन नंदू को आरोपियों ने पकड़ लिया तथा पुत्री लक्ष्मी लमसरई ग्राम से भागकर ग्राम लीला पहुंची तथा वहां से अपनी बुआ के घर ग्राम गोदी पहुंची और पूरा घटना के बारे में उसने अपने बुआ के साथ ही अपनी मौसी को सूचना दी। और 3 अप्रैल की सुबह मौसी और बुआ के साथ थाने पहुंचकर करनपठार में शिकायत दर्ज कराई।
आरोपी गिरफ्तार, अधजली मिले शव के अवशेष
पति-पत्नी के हत्या की शिकायत मिलते ही थाना प्रभारी दिलीप मौर्य ने इसकी सूचना पुलिस अधीक्षक अनुराग शर्मा को दी जिसके बाद मौके पर आईजी शहडोल डीके आर्य तथा एसपी अनूपपुर अनुराग शर्मा मौके पर पहुंचे, जब तक पुलिस ने ईट भट्टे को जेसीबी मशीन के लिए अनुमति एसडीएम पुष्पराजगढ़ शिवगोविंद मरकाम से लेकर जेसीबी मशीन की मदद से ईट भट्टे से शव के अवशेष बरामद किए तथा तीनों आरोपियों अमरलाल, झोलिया बाई तथा श्यामसुन्दर को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के विरूद्ध 302, 201, 506 तथा 34 भादवि के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया।